NIM में ट्रेनिंग का श्री गणेश -
हॉस्टल का पैनोरोमीक व्यू |
Date 24 -4-2017
मेरी हमेशा से ही जल्दी उठने की आदत है तो सुबह 4:45 उठ गया था फिर सबसे पहले फ्रेश हो गया और लगभग 5:20 तक तैयार हो गया अभी 6 बजे हमे रिपोर्ट करना है, तो समय था बाहर निकल के इधर उधर टहलने को, तो पास के रूम में ही झाकने चला गया अरे... ये क्या वो तो सभी सो रहे थे उनको उठाया 5:30 हो गए है जल्दी तैयार हो जायो चलना है तभी मुझे ध्यान आया कि हमारे रूम वाले साथी भी शायद हो रहे है आके देखा 2 भाई अभी भी सो रहे थे उनको उठाया ओर सब तैयार होकर NIM में बने हमारे हॉस्टल के गेट के बहार रोड पर पहुँच गए , इस जगह ही हमारा पुरे कोर्स फॉल इन हुआ ।
सही 6 बजे सबकी गिनती हुई अभी तक हम 39 लड़के ही पहुंचे थे कुछ आज आने वाले है ओर 22 एडवांस कोर्स वाले साथी पहुंचे हुए है उनके भी कुछ आज शाम तक पहुँचेंगे, गिनती के बाद हमे 8 इन्सटेक्टर मॉर्निंग वॉक के लिए लेके निकल गए .... हमे बताया गया कि 2 किमी का एक राउंड है बस काट के आना है तो ठीक है ना इतने में कहा समस्या था । चल दिये ...... अभी 200 मीटर ही गए होंगे कि उन्होंने दौड़ने को बोल दिया कोई बात नही दौड़ भी लेंगे ...100 मीटर चलने पे पिटी का आदेश आगया अब दौड़ते हुए पिटी करने का ये मेरा पहला अनुभव था तो थोड़ी ही देर में हालात खराब, तभी नया आदेश आगया मेढक चाल का 20-25 कदम बड़ी मुश्किल से चले होंगे कि नया आदेश दंड निकलने का वो भी 30 सेकेंड होल्ड के साथ 10 दंड मे ही सब जगह से पसीना निकलने लग गया तो समझ आगया की यहाँ तो बहुत मुश्किल होने वाली है अभी फिर दौड़ाने का आदेश फिर मेढक चाल किया फिर एक जगह एक बिल्डिंग का छजा बाहर निकल हुया था तो उसको देख के इसटेक्टर ने उसपे लटक के पुशअप का आदेश दे दिया फिर पुशअप के साथ होल्ड का आदेश दिया तो हालात फिर खराब ..... अब वहा से फिर दौड़ने का आदेश आगया सांस आ नहीँ रहा था भयंकर वाली प्यास लगी थी लेकिन क्या कर सकते थे जैसे तैसे समय निकाल ओर वापसी की NIM की ओर । समय सुबह 7:30 पिटी से वापसी हुई सीधी निम के आर्टिफिशियल वाल क्लाइमिंग एरिया में वहाँ फिर से मुश्किल व्ययाम 30 मिनट तक किया फिर व्ययाम करने के बाद ऐसा लग रहा था मानो शरीर मे जान ही नही है , सब जगह से पसीना ही पसीना ........ पता नहीं शरीर ही ख़राब है या व्यायम ज्यादा करवा दिया जो भी हो सच बोलू तो नानी याद आगयी ।
पीटी करते हुए-
व्ययाम के बाद हमे रोप में बांटा गया, ये रोप यहाँ पे साथ रहने वाली टीम को बोलते है 1 रोप पे 5-7 लोग हो सकते है हर रोप में एक रोप लीडर होता है और और बेसिक कोर्स का एक कैम्प लीडर , मेरी रोप का रोप लीडर तो मुझे बनाया गया और कैम्प लीडर आर्मी से आये कैप्टन सत्या को बनाया गया मेरा रोप नंबर 07 और कमरा नंबर 12 दिया गया, मेरी रोप में टोटल 5 साथी आये है, सबसे पहला नंबर मेरा फिर राम सिंह ऋषिकेश से है जो राफ्टिंग का काम करते है दुसरे साथी प्रमोद है जो सांकरी गांव से है हम अभी कुछ समय पहले ही सांकरी जाके आये है केदारकंठा समिट के लिए जाट भाई संदीप पंवार ओर मनु प्रकाश त्यागी के साथ (केदारकंठा यात्रा का विवरण यहाँ पढे), वही हमे प्रमोद का भाई प्रशांत मिला था जो की वहाँ स्की सिखाता है हम उसी के पास रुके थे तीसरा भाई कुंगा दोरजी लेह से है ये भाई थोड़ा थोड़ा शेरपा जैसा ही है छोटी हाइट का है पर कई बार स्टॉक कांगड़ी जा चुका है जिसकी ऊंचाई 6153 मीटर है और चौथा भाई अमित है जो कि उत्तरकाशी का लोकल ही है इनके व्यवहार और काबिलियत की जानकारी आगे देता रहूँगा, इन सबके बाद हमने कमरे में दुबारा समान सेट किया, क्युकी अब साथी बदल गये थे और हमे अभी नए साथियो के साथ ही रहना है फिर थोड़ी देर रेस्ट करके नास्ता करने चले गए ।
नास्ते में 6 ब्रेड जेम एंड बटर लगाई हुई साथ मे एक्स्ट्रा बटर भी मिला, थोड़ा दलिया, चाय ओर फ्रूट
मिला जिसको खाके काफी अच्छा महसूस हो रहा था , लगा शरीर में वापस जान आगयी । नास्ता करने के बाद हम हमारे कमरे में आगये ओर में नहा लिया । यहाँ नहाने के लिए स्नानघर में 2 नल लगे है एक में गरम पानी जो की सोलर गीज़र से आता है और दूसरे में ठंडा पानी आता है हर कमरे में अंदर ही स्नानघर और शौचालय बना हुआ है नहा के तैयार हो गया फिर अगला कार्यक्रम था-
NIM स्टाफ़ परिचय ओर NIM का भर्मण -
यहाँ के स्टाफ़ में सबसे बड़ा नाम है कर्नल अजय कोठियाल यहाँ के प्रिंसिपल (विशिष्ट सेवा मेडल, कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र)जो 2 बार एवरेस्ट चढ़ चुके है तीसरी बार भी अपनी पूरी टीम को एवेरेस्ट चढ़ाया है इनके बारे जितना बताया जाये काम ही है उत्तराखंड में कर्नल अजय कोठियाल एक बहुत बड़ा नाम है तो आप समझ सकते हो क्या हस्ती होंगे , जब मुझे उनके बारे में जानकारी मिली थी तो मैं तो उनका फैन हो गया । बाकी सारे स्टाफ के बारे में में आपको धीरे धीरे आगे के लेखों में बतायूंगा, वैसे यह के स्टाफ में से भी 10-12 लोग एवेरेस्ट चढ़ चुके है इस इंस्टिट्यूट के नीव रखने वाले में एक नाम तेनजिंग शेरपा (एडमिन हिलेरी के साथी उनके साथ ही इन्होंने पहली बार एवेरेस्ट चढ़ी है ओर पहले एवरेस्ट चढ़ने वाले हिंदुस्थानी) का भी है, ये इंस्टिट्यूट भारत के सबसे बढ़िया माउंटेन इंस्टीट्यूट में से एक है और भी बहुत कुछ है जो NIM के नाम के साथ जुड़ा हुआ है , परिचय के बाद हमने निम का भर्मण किया, यह एक चौखम्बा नाम का होल है जिमसें मूवी, क्लास ओर कॉन्फ्रेंस होती है फिर उसके पास ही एक होस्टल है जिसमे तकरीबन 200 लोगो के रहने की व्यवस्था है उसके आगे एक बढ़िया तैयार पार्क है उसके आगे कुछ दूरी पे 2 आर्टिफिशियल रॉक कलाइम्बिंग वाल है एक हाल है जिसमे भी रॉक क्लाइम्बिंग की व्यवस्था है एक लाइब्रेरी है एक स्नोवियर शॉप है एक कैफ़े ओर संग्रालय भी है जिसका दुबारा निर्माण चल रहा है फिर एक बड़ा मॉन्ट्रेनिंग इकुपमेंट शॉप भी है जहाँ से किराये पे सामान मिलता है , और भी बहुत कुछ है यहाँ पे पर बस हमारा इतना ही था हमारा भर्मण, फिर हमारी एक क्लास लगी जिसमे हमे सारे इकुपमेंट की जानकारी दी गयी कैसे ओर क्या क्या काम आते है कहा काम मे लेने है हमने, मैंने इस कॉल में एक गलती की पीछे बैठने की तो मुझे कुछ ज्यादा समझ नहीं आया थोड़े थोडे इकुप्मेंट दूर से ही देखे नाम भी कम ही समझ आये तो इस क्लास की ज्यादा जानकारी ना दे पायूँगा , स्कूल में पहला दिन है बच्चे से गलती हो रही है माफ़ कर देना ।
यहाँ के स्टाफ़ में सबसे बड़ा नाम है कर्नल अजय कोठियाल यहाँ के प्रिंसिपल (विशिष्ट सेवा मेडल, कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र)जो 2 बार एवरेस्ट चढ़ चुके है तीसरी बार भी अपनी पूरी टीम को एवेरेस्ट चढ़ाया है इनके बारे जितना बताया जाये काम ही है उत्तराखंड में कर्नल अजय कोठियाल एक बहुत बड़ा नाम है तो आप समझ सकते हो क्या हस्ती होंगे , जब मुझे उनके बारे में जानकारी मिली थी तो मैं तो उनका फैन हो गया । बाकी सारे स्टाफ के बारे में में आपको धीरे धीरे आगे के लेखों में बतायूंगा, वैसे यह के स्टाफ में से भी 10-12 लोग एवेरेस्ट चढ़ चुके है इस इंस्टिट्यूट के नीव रखने वाले में एक नाम तेनजिंग शेरपा (एडमिन हिलेरी के साथी उनके साथ ही इन्होंने पहली बार एवेरेस्ट चढ़ी है ओर पहले एवरेस्ट चढ़ने वाले हिंदुस्थानी) का भी है, ये इंस्टिट्यूट भारत के सबसे बढ़िया माउंटेन इंस्टीट्यूट में से एक है और भी बहुत कुछ है जो NIM के नाम के साथ जुड़ा हुआ है , परिचय के बाद हमने निम का भर्मण किया, यह एक चौखम्बा नाम का होल है जिमसें मूवी, क्लास ओर कॉन्फ्रेंस होती है फिर उसके पास ही एक होस्टल है जिसमे तकरीबन 200 लोगो के रहने की व्यवस्था है उसके आगे एक बढ़िया तैयार पार्क है उसके आगे कुछ दूरी पे 2 आर्टिफिशियल रॉक कलाइम्बिंग वाल है एक हाल है जिसमे भी रॉक क्लाइम्बिंग की व्यवस्था है एक लाइब्रेरी है एक स्नोवियर शॉप है एक कैफ़े ओर संग्रालय भी है जिसका दुबारा निर्माण चल रहा है फिर एक बड़ा मॉन्ट्रेनिंग इकुपमेंट शॉप भी है जहाँ से किराये पे सामान मिलता है , और भी बहुत कुछ है यहाँ पे पर बस हमारा इतना ही था हमारा भर्मण, फिर हमारी एक क्लास लगी जिसमे हमे सारे इकुपमेंट की जानकारी दी गयी कैसे ओर क्या क्या काम आते है कहा काम मे लेने है हमने, मैंने इस कॉल में एक गलती की पीछे बैठने की तो मुझे कुछ ज्यादा समझ नहीं आया थोड़े थोडे इकुप्मेंट दूर से ही देखे नाम भी कम ही समझ आये तो इस क्लास की ज्यादा जानकारी ना दे पायूँगा , स्कूल में पहला दिन है बच्चे से गलती हो रही है माफ़ कर देना ।
अभी समय 1 बजे का हो गया तो खाने की घंटी बज गयी खाने में चावल दाल, आलू गोभी की सब्जी, सलाद, पनीर पालक की सब्जी ओर रोटी मिली भर पेट खा लिया और वापस कमरे पे आके सो गए । 2:30 वापसी रिपोर्ट करना था फॉल इन पे जहा से हमे मेडिकल करवाना था और साथ मे हमे हमारा सामान मिलना था मतलब इकुप्मेंट जो क्लास में बताये गए थे जब क्लास में पीछे बैठेंगे तो इकुप्मेंट को सामान ही बोलूंगा , सबसे पहले मेडिकल हुआ वजन 82.4 किलो, हाइट 181 CM बाकि सब ठीक है ये तो आराम से हो गया पर समान के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ी, वो सबके इकुप्मेंट एक साथ ही निकल के दे रहे थे और चेक बहार जाके करना था तो जैसे तैसे लिया और बाहर आगये , यहाँ मनीष सर ने हमे दुबारा सबको अच्छी तरह चेक करने का बोला , साइज़ भी अच्छी तरह चेक करना है क्युकी ये इस पुरे कोर्स हमारे सबसे भरोसेमंद साथी होंगे | फिर साइज ही बड़ी समस्या थी चलो जैसे तैसे सामान मिला उसको लेके रूम पे आगये ओर चेक किया की सब सही तो है ना यही समान हमे रोज लेके जाना होगा इसी से हमारी पूरी ट्रेनिंग होगी, सामान की लिस्ट नीचे है
1. रकसैक बैग
2. स्लीपिंग बैग
3. इनर स्लीपिंग बैग का
4. स्नोशूज स्नो के लिए
5. शूज रॉक क्लीमम्बिंग के लिए (pa शूज)
6. विंडशीटर एंड लोअर (इसमें मेरे साथ धोखा हुआ )
7. स्क्रू केरावेनर & प्लेन केरावेनर
8. शीट हार्नेस
9. लोंग सीलिंग
10. क्रेम्पोंन
11. गेटर्स
12. टिफन चमच मग (मिस्टीन)
13. गार्बेज बैग
14. जैकेट बड़े साइज़ का
15. 40 मीटर की रोप
16. 2 पेअर बिटन
17. 1 रैपलिंग जैकेट
18. वाटर बोटल
बस इतना ही सामान दिया टोटल वजन 20-25 किलो , मेरे सारे साथी माउंटेन लाइन से थे तो उन्होंने सब इकुप्मेंट की जानकारी मुझे रूम में दे दी, मुझे ये सबकुछ काफी इंटरस्टिंग लगा।
फिर शाम को यहाँ खेलने के लिए भी समय दिया जाता है जो बाद में हमे समझ आया की कितना जरुरी है आज हमने 1 घंटा वॉलीबाल खेला, वैसे मुझे वॉलीवाल खेलना आता नहीं है बस थोड़ा बहुत हाथ मार लिए , फिर रात का खाना 8 बजे मिला घंटी बजी और खाने चले गये खाने में दाल चावल, 2 सब्जी और रोटी थी साथ मे खीर भी थी, बस खा के आ के सो गये । इतना ही था आज का दिन कल से सुबह हमारा हिल वाक है थोड़ी सी चढ़ाई बताई गयी है तो उसके बारे में सोच के सो गए कल की जानकारी अगले लेख में
NIM का मेरा पूरा तजुर्बा आप क्रम के हिसाब से नीचे दिए लिंक से पढ़ सकते है -
1.NIM -Nehru Institute Of Mountaineering.......बेसिक कोर्स मेरे साथ
2.NIM में ट्रेनिंग का श्री गणेश DAY -1
3. NIM Basic Mountaineering Course Day-2
आज का नास्ता -
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